Monday, April 16, 2018

Russian Fighter Mig-35 V/s American Fighter F-35



Russian Fighter Mig-35 V/s American Fighter F-35 

नमस्कार दोस्तों आज हम रूसी लड़ाकू विमान Mig-35 और संयुक्त राज्य अमेरिका के लड़ाकू विमान F-35 के बारे में चर्चा करने जा रहे हैं ! दोस्तों आज हम दोनों ही फाइटर्स का एक कठिन कंपैरिजन करेंगे और यह जानने की कोशिश करेंगे कि दोनों फाइटर्स में से कौन सा फाइटर बेहतर है!  

हां मुझे मालूम है बहुत से लोगों के दिमाग में एफ-35 ने अभी से जगह बना ली होगी पर दोस्तों यह इतना भी आसान नहीं है तो चलिए दोस्तों जान लेते हैं दोनों ही फाइटर्स को और करते हैं कंपैरिजन दोनों के हर पॉसिबल फीचर का फीचर्स का !





दोस्तों मिग- 35 को 1970 के दशक में बने 4th  जनरेशन मिग-29 फाइटर पर एडवांस लेवल अपग्रेड करके बनाया गया है, जो कि 4++ जनरेशन की  कैटेगरी में आता हैा वही एफ-35 को यूएस ने बनाया है और इसका डेवलपमेंट 1992 से स्टार्ट हो गया था, जो कि एक 5th  जनरेशन लड़ाकू एयरक्राफ्ट हैा 


दोस्तों जहां  रूसी मिग-35  एक मल्टी रोल फाइटर है वही के F -35 को डिजाइन किया गया है ग्राउंड अटैक्स, एयर सुपेरिओरिटी जैसे मिशंस के लिए, और दोस्तों मल्टीरोल  होने का मतलब है इस फाइटर एयर फ्रेम को डिफरेंट ऑपरेशंस के लिए यूज किया जा सकता है, फिर चाहे वह एरियल रेकनाइसेन्स हो या फिर एयर सुपेरिओरिटी ा 




वही दोस्तों अभी यूरोफाइटर टाइफून और  dassualt  राफेल वर्ल्ड के बेस्ट मल्टीरोल फाइटर है, और मिग-35 की कैपेबिलिटी भी काफी हद तक फइटर्स से मिलती हैं,  दोस्तों अगर नजर डालें इनके वेरिएंट पर तो  मिग-35  के दो वेरिएंट बनाए गए हैं पहला है मिग-35  जो कि एक सिंगल सीट वाला फाइटर है और दूसरा है मिग-35 D   और यह ट्विन सिटर  फाइटर एयरक्राफ्ट है, वहीं अगर बात करें f -35 की   तो इसको तीन अलग-अलग वेरियंट्स में बनाया गया है जो है f -35 A , f -35 B, f -35 C 




और इन तीनो वेरिएंट मे सबसे इंटरेस्टिंग है वेरिएंट B, जिसमें शार्ट टेक-ऑफ़ एंड वर्टिकल लैंडिंग  फीचर हैा  वही mig-35 में ऐसा कोई फीचर नहीं है, वही दोस्तों एफ-35 स्टेल्थ फीचर से लैस है और इस का डिजाइन काफी हद तक f -22 रैप्टर से मिलता हैा  अगर इसको ध्यान से देखा जाए तो यह f -22 रैप्टर का सिंगल इंजन बेरिया नजर आता हैा  और ध्यान दें mig -35  तो इसमें स्टेल्थ जैसा कोई फीचर नहीं है पर यह f -35  से कहीं ज्यादा अच्छे मनोवेर्स को परफॉर्म कर सकता हैा 

वही एफ-35 में स्टेल्थ फीचर के चलते इसकी ऑर्डिनेंस कैरी करने की एबिलिटी काफी कम है और इसके कंपैरिजन में मिग-35  कहीं ज्यादा ऑर्डिनेंस को कैरी कर सकता है, दोस्तों किसी भी फाइटर के परफॉर्मेंस में उसके इंजिन्स का बहुत बड़ा रोल होता है और बिना अच्छे इंजिन्स के आप एक अच्छा फाइटर डेवलप नहीं कर सकते,  पर टेंशन की कोई बात नहीं है हमारे आज के दोनों ही फाइटर वर्ल्ड क्लास इंजिन्स  को यूज़ करते हैं, जी हां दोस्तों वर्ल्ड क्लास जहां एफ-35 में लगा है सिंगल Pratt & Whitney f135 आफ्टर बर्निंग टर्बोफैन इंजन वही मिग-35 में लगे हुए हैं 2 Klimov RD-33 MK आफ्टर बर्निंग टर्बोफैन इंजिन्स ा 




यह दोनों की इंजन smoke  less  इंजिन्स  है और थ्रस्ट वेक्टरिंग से सज्जित हैा  f -35  में लगा f 135 इंजन एक स्टैल्थी आफ्टर बर्निंग  जेट इंजन है पर यह सुपर क्रूज नहीं कर सकता लेकिन फिर भी एफ-35 150 मील तक mach 1.2 पर उड़ान भर सकता है वह भी आफ्टर बर्नर  का इस्तेमाल किए बिना, वहीं इसकी मैक्सिमम स्पीड है mach 1.6, साथ ही f -35 के इंजिन्स को कम ऊंचाई  पर कुछ दिक्कतों का सामना करना पड़ता हैा  पर अगर बात करे मिग-35 के इंजिन्स की तो ये बने है सुपर क्रूज करने क लिए और इन इंजिन्स की मदद से ये फाइटर mach 2.2 पर सुपर क्रूज कर सकता हैा 



वही थ्रस्ट टू वेट रेश्यो की तो mig -35 का TWR काउंट है 1.03 , मतलब इस फाइटर के इंजिन्स इसको पर्याप्त पावर डिलीवर करते हैा



और वही f -35 का TWR काउंट है 1.07, पर 50% फ्यूल पर और जब इसमें फ्यूल को फुल कर दिया जाता है तो यह काउंट नीचे गिर कर 0.87 हो जाता है, मतलब इस फाइटर का इंजन उस लोड के लिए पर्याप्त पावर डिलीवर नहीं कर पता ा





दोस्तों mig-35  +10 G's का मैक्सिमम g-load ऑफर करता है, वही f-35 का मैक्सिमम g-load है 9 G's का ा  दोस्तों यहाँ पर  g-load या फिर G-Force का मतलब है फाइटर एयरक्राफ्ट पर लगने वाला गुरुत्वाकर्षण बल और इसी से बचने के लिए पायलट्स को प्रेशर सूट पेहेनना पड़ता है ा साथ ही दोस्तों इसे फाॅर्स ऑफ़ अक्सेलरेशन या फिर त्वरण का बल भी कहते है!



 तो दोस्तों ये तो हो गयी g-force की बात अब बात करते है दोनों ही फइटर्स मई लगे सेंसर्स और एवियोनिक्स की, सबसे पहले नजर डालते है mig- 35 पर, इसमे रूस का सबसे एडवांस Phazotron Zhuk- A/AE एक्टिव इलेक्ट्रानिकली स्कैन्ड ऐरे राडार को लगाया गया है, मूल रूप से Zhuk एक X- Band  Pulse Doppler Radar है जो की मल्टिमोड ऑपरेशन्स कर पाने मई शक्षम है, जैसे की एयर टू एयर और एयर टू सरफेस ऑपरेशन्स, और इस राडार की डिटेक्शन रेंज है 200 किलोमीटर्स, साथ ही ये राडार 30 टार्गेट्स को एक साथ ट्रैक कर सकती है और 6 टार्गेट्स पर एक साथ अटैक कर सकती है ा



वही बात करे f-35 की तो इसमे लगी हुई है AN/APG-81 एक्टिव इलेक्ट्रानिकली स्कैन्ड ऐरे राडार, ये राडार f-22 में लगे AN/APG-77 का आधुनिक संस्करण है जी की 241 किलोमीटर्स की डिटेक्शन रेंज डिलीवर करती हैा इसके साथ ही f -35 में लगा है एडवांस्ड इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल टार्गेटिंग सिस्टम और डिस्ट्रिब्यूटेड अपर्चर सिस्टम, वही mig-35 प्रिसिशन गाइडेड टार्गेटिंग कैपबिलिटी, ऑप्टिकल लोकेटर सिस्टम से लेस है ा




दोस्तों अगर बात करे इन फाइटर में लगे आर्मामेंट की तो mig-35 में इस्तेमाल की गयी है सिंगल 30 mm GSH 301 Autocannon Gun, 150 राउंड्स के साथ, वही mig-35 में 9 हार्डपोइंट्स दिए गए है जिन पर S-25 L और S-8 जैसे रॉकेट्स, कई तरह के मिसाइल्स और बॉम्ब्स को माउंट किया जा सकता है ा




और अगर बात करे f-35 की तो इसमें लगी है सिंगल GAU-22/A 4-बैरल रोटरी केनन गन, 180 राउंड्स के साथ, अब आ जाते है हार्डपोइंट्स पर, तो f-35 में 6 एक्सटर्नल हार्डपोइंट्स दिए गए है जिन पर 6,800 किलोग्राम तक का ऑर्डनेन्स लगाया जा सकता है और इसके इंटरनल Weapon Bay में 2,590 किलोग्राम तक का ऑर्डनेन्स रखा जा सकता है ा 



 इसके साथ ही दोस्तों किसी भी फाइटर जेट का कॉम्बैट रेडियस बहुत मायने रखता है और f-35 का कॉम्बैट रेडियस मिग-35 से ज्यादा है, पर जब बात इनकी फेरी रेंज की आएगी तो f-35, mig-35 से कही ज्यादा पीछे रह जायेगा; मतलब mig-35, f-35 के मुकाबले ज्यादा लाबी दूरी वाले मिशंस को पूरा कर सकता है ा


वही mig-35 का क्लाइम्बिंग रेट भी f-35 के मुकाबले अच्छा है और वो इसलिए क्योकि mig-35 का वजन ट्विन इंजन होने के बाद भी f-35 से काम है, जहा mig-35 का वजन है 11,000 किलोग्राम के आस-पास वही f-35 का वजन है 13,154 किलोग्राम, मतलब जब बात वजन की आएगी तो मिग-35 ज्यादा सुपीरियर होगा f-35 के मुकाबले !

और इतना ही नहीं mig-35 को डिज़ाइन ही इस तरह से किया गया है की वो 5th जनरेशन फइटर्स की तरह परफॉर्म कर सके, और इसीलिए मिग-35 में 5th जनरेशन फइटर्स के फीचर्स से लेस किया गया है ताकि ये फाइटर मौजूदा f-35 जैसे 5th जनरेशन फइटर्स को चुनौती दे सके, हां अगर f-35 कही लीड करता है तो वो है उसकी स्टील्थ टेक्नोलॉजी और ये टेक्नोलॉजी इस फाइटर को एक आसान शिकार बनने से बचती है! पर mig-35 कॉस्ट इफेक्टिव है, क्योकी जहा f-35 की कीमत 120 से 122 मिलियन USD है वही 1 mig-35 फाइटर की कीमत है 40 मिलियन USD, मतलब आप 1 f-35 पर 3 mig-35 डिप्लॉय कर सकते है और इनके बीच हुई बैटल के बाद आपको दो मिग-35 तो वापस मिल ही जायेंगे ! 



और यहाँ पर क्वालिटी ओवर क्वांटिटी का कांसेप्ट सक्सेस है, और वो इसलिए क्योकि मिग-35 भी उन फीचर्स से लेस है जो किसी 5th जनरेशन फाइटर में होते है और रही बात स्टील्थ की तो रूस ऐसे सिस्टम बनाने क लिए जाना जाता है जो की स्टील्थीस्ट ऑब्जेक्ट्स को भी ट्रेस कर लेते है, S-400 और S-500 इसका मौजूदा उदाहरण है जो की दुनिया में मौजूद किसी भी तरह के एरियल ऑब्जेक्ट्स को डिस्ट्रॉय कर सकते है !

दोस्तों इस पोस्ट हमे ये बिलकुल भी प्रूफ नहीं करना की मिग-35, f-35 से बेहतर है और न ही ये की f-35, मिग-35 से अच्छा है, क्योकि दोस्तों कोण कितना बेहतर है ये निर्भर करता है आपकी जरूरतों पर, की इन फइटर्स से आप किस तरह का ऑपरेशन कराना चाहते है ! दोस्तों ये बात एक दम सही है की f-35, मिग-35 के मुकाबले ज्यादा अच्छा और एडवांस्ड फाइटर है पर जब दोनों फाइटर एक दूसरे के सामने होंगे तो f-35 को भी एक तगड़े फाइटर का सामना करना होगा !


तो चलिए दोस्तों इसी के साथ आज के डिस्कशन को ओवर करते है, पर आप कमेंट कर के ये जरूर बताइये की आपको कोनसा फाइटर पसंद आया ! और हां इस डिस्कशन को अपने फ्रेंड्स के साथ शेयर करना न भूले !

जय हिन्द !!!



No comments:

Post a Comment